लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश (यूपी) में डेंगू और संदिग्‍ध बुखार से बच्‍चों की मौत हो रही है। केवल फिरोजाबाद ज‍िले में 50 लोगों की मौत बुखार से हो गई, जिसमें 36 बच्‍चे शामिल हैं। वहीं, मथुरा जिले में भी संद‍िग्‍ध बुखार से करीब 13 की मौत हुई है। इसमें एक ही गांव से 9 बच्‍चे शामिल हैं। इसके अलावा यूपी के आगरा, मैनपुरी, कानपुर, लखनऊ में भी वायरल बुखार के मामले आ रहे हैं।

प्रशासन बुखार के पीछे डेंगू, स्क्रब टाइफस और लेक्‍टोस्‍पाइरोसिस जैसी बीमारी बता रहा है। खास तौर से मच्‍छर जन‍ित बीमारी डेंगू के मामले ज्‍यादा रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। हाल यह है कि फ‍िरोजाबाद जिले का मेड‍िकल कॉलेज बुखार के मरीजों से भरा हुआ है, जिसकी वजह से अलग से 100 बेड जोड़ने की जरूरत पड़ गई है।

फिरोजाबाद के मुख्‍य चिकित्‍सा अधीक्षक डॉ. आलोक कुमार का कहना है, "100 बेड के अस्‍पताल में 400 बच्‍चे भर्ती हैं। हालात को देखते हुए हमने 100 बेड और जोड़े हैं, आगे और बेड जोड़े जाएंगे।"

वहीं, फिरोजाबाद के जिलाध‍िकारी चंद्र विजय सिंह का कहना है, "दो तरह के मामले आ रहे हैं, इसमें डेंगू भी है और वायरल बुखार भी है। दोनों मामलों में प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं। स्‍टेट (लखनऊ) से टीम आई थी, उनके और वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अध‍िकारियों के मुताबिक, यह डेंगू का खतरनाक वेरिएंट है जिसकी वजह से प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही हैं। इस वजह से यह भयावह है। जहां भी डेंगू के मामले आ रहे हैं उन इलाकों में कैंप लगाकर दवाइयां दी जा रही है। इन इलाकों में कूलर और गमलों में पानी भरा हुआ है उसे भी साफ करवाया जा रहा है।"

फिरोजाबाद के मेड‍िकल कॉलेज में भर्ती बच्‍ची और उसके परिजन।

उत्तर प्रदेश के संयुक्त न‍िदेशक (डेंगू) व‍िकास सिंघल के अनुसार उत्‍तर प्रदेश में इस साल जनवरी से लेकर 3 सितंबर तक 497 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें सबसे ज्‍यादा मथुरा में 107 मामले, इसके बाद लखनऊ में 84, वाराणसी में 69 और फिरोजाबाद में 49 मामले दर्ज हुए हैं।

डेंगू के आंकड़े बताते हुए सिंघल कहते हैं, "बुखार में डेंगू के साथ-साथ और भी बीमारियां हैं। फिरोजाबाद के मेड‍िकल कॉलेज ने 1 सितंबर को 415 सैंपल की जांच कराई जिसमें से 31 में डेंगू पाया गया। ऐसे में पॉजिट‍िविटी दर उतनी नहीं है, लेकिन हां बुखार आ रहा है।"

वहीं, डेंगू से बच्‍चों की मौत की बात पर विकास सिंघल कहते हैं, "अभी डेंगू से मौत रिपोर्ट नहीं हुई है। सीएमओ जब ऑड‍िट करेंगे तब हम बता पाएंगे कि डेंगू से कितनी मौत हुई है।" हालांकि, फिरोजाबाद और मथुरा के अध‍िकारी डेंगू से मौत की बात मान रहे हैं।

डेंगू या डेंगी मलेरिया की तरह ही मच्छर के काटने से फैलता है। यह एडीज़ मच्छर के काटने से होता है। इससे पीड़‍ित व्यक्ति को तेज़ बुख़ार, शरीर और सिर में दर्द की समस्या होती है इसलिए इसे 'हड्डी तोड़ बुख़ार' भी कहते हैं। भारत में यह बीमारी बरसात और उसके बाद तेज़ी से फैलती है।

यूपी में डेंगू की चुनौती

यूपी में इस साल डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, डेंगू ऐसी बीमारी है जो हर दो तीन साल में बढ़ती है। कुछ साल इसका प्रकोप ज़्यादा और कुछ साल कम रहता है। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कम्यूनिटी मेडिसिन एवं पब्लिक हेल्थ विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. जमाल मसूद कहते हैं, "यूपी में डेंगू के मामले 2019 में ज्‍यादा देखने को मिले थे। डेंगू के साथ ऐसा होता है कि यह एक साल ज्‍यादा रहेगा तो फिर दो-तीन साल बाद मामले बढ़ेंगे। वजह यह भी है कि लोग एक दो साल में लापरवाह हो जाते हैं, ऐसे में डेंगू के मच्‍छारों से ध्‍यान हटता है और फिर बीमारी बढ़ती है।"

प्रो. मसूद की बात की तसदीक आंकड़े भी करते हैं। इंड‍ियास्‍पेंड की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी में प‍िछले साल (2020) जनवरी से 29 सितंबर तक डेंगू के 166 मामले आए थे, जबकि इस साल (2021) जनवरी से 3 सितंबर के बीच ही 497 मामले आ गए और लगातार मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, 2019 में जनवरी से सितंबर के बीच 1,271 मामले दर्ज किए गए थे। आंकडों से साफ है कि 2019 में डेंगू के मामले 2020 के मुकाबले बहुत ज्‍यादा थे और 2021 में फिर से मामले बढ़ रहे हैं।

यूपी में साल 2019 में साल 2018 के मुकाबले डेंगू के मामलों में 175% की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी। जबकि इस दरमियान देश भर में डेंगू के मामलों में कमी दर्ज की गई थी। 2018 में यूपी में डेंगू के 3,829 मामले थे, जो 2019 में बढ़कर 10,557 हो गए। 2018 में डेंगू से 4 लोगों की मौत हुई, जबकि 2019 में डेंगू से मरने वालों की संख्या 26 हो गई, 6 मार्च 2020 को लोकसभा में पेश इन आंकड़ों के मुताबिक।

भारत में डेंगू का प्रकोप

भारत में भी डेंगू के हर साल एक लाख से ज़्यादा मामले दर्ज किए जाते हैं। लोकसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक, डेंगू के 2016 में 1.29 लाख, 2017 में 1.88 लाख और 2018 में 1.01 लाख मामले दर्ज किए गए। 2019 के अक्टूबर तक देश में डेंगू के 91,457 मामले दर्ज किए गए थे।

2016 में डेंगू से देश में 245 लोगों की मौत हुई, 2017 में 325 लोगों की और 2018 में 172 लोगों की मौत हुई। 2019 में अक्टूबर तक देश में डेंगू से 82 लोगों की मौत हुई थी।

वहीं, बात करें दुनिया की तो यूरोप को छोड़कर पूरी दुनिया में इस बीमारी का तेज़ी से फैलाव हुआ है। विश्व‍ स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, डेंगू के मामले पिछले दो दशक में आठ गुना से अधिक बढ़े हैं। साल 2000 में 5.05 लाख डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे जो 2010 में 24 लाख से अधिक हो गए। 2019 तक दुनिया भर में डेंगू के 42 लाख मामले दर्ज किये गए। साल 2000 से 2015 तक रिपोर्ट की गई मौतों की संख्या भी 960 से बढ़कर 4,032 हो गई।

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